हर व्यक्ति का एक यूनिक हेल्थ कार्ड बनेगा. इस कार्ड में किसी भी व्यक्ति की हेल्थ से संबंधित सारा डेटा होगा जो पूरी तरह से सुरक्षित और गोपनीय रखा जाएगा.
ई-संजीवनी सेवा से लोग घर बैठे डॉक्टर्स से फ्री कंसल्टेशन ले रहे हैं. इसे 13 अप्रैल 2020 को देश में पहले लॉकडाउन के दौरान शुरू किया गया था.
NDHM: इस प्रणाली के अंतर्गत आईडी लेने वाले लोगों का व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटल माध्यम से एक जगह पर एकत्र किया जाता है